लेखनी कहानी -20-Dec-2021 मेरी डायरी
मेरी डायरी
कल रविवार की पहली डायरी में मैंने जिक्र किया था अपनी मेड जानकी का कीसर्दियों में डर लगता है कि छुट्टी ना ले ले कभी-कभी मुंह से निकली बात भी सच हो जाती है कभी-कभी हम कितने स्वार्थी हो जाते हैं वह बेचारी बीमार हो गई उसको बुखार हो गया
कहते हैं जवान पर सरस्वती होती है इसलिए जो भी बोले अच्छा बोलना चाहिए आज वाकई उसने छुट्टी ले ली 🙁🙁 और सारे बर्तन मुझे ही साफ करने पड़े मेरी मदद घर के काम में मेरी बेटी ने भी की थी हम दोनों ने मिल जुलकर काम सारा फिनिश किया
उसके बाद लंच बनाया ब्रेकफास्ट स्किप कर दिया
कहते हैं अच्छी दोस्त मिलना बहुत किस्मत की बात है मेरी एक बहुत ही प्यारी दोस्त हैं जिससे अगर मैं बात ना करूं तो ऐसा लगता है दिन में कुछ अधूरा रह गया चाहे 5 मिनट ही बात करूं बस अच्छा लगता है बात करना थोड़ी सी देर टाइम निकाल कर उससे बात की
मेरी सबसे छोटी बेटी जो ३rd क्लास में पढ़ती है
एक नंबर की बातूनी है न जाने कहां-कहां से बातें निकाल निकाल कर मुझसे सवाल करती है कुछ बातों का उसका जवाब दे पाती हूं कुछ बातें नजरअंदाज कर देती हूं सारी बातों का जवाब कैसे दूं जवाब पता हो तब दूं ना कुछ बातें सर से ऊपर ही निकल जाती है 😂😂😂
कुछ ना कुछ क्रिएटिविटी करती रहती है वो दिन भर
अभी कुछ दिन पहले उसने दिवाली के पुराने दियो को कलर करके अलग-अलग सुंदर सुंदर डिजाइन बनाए मैंने उसके सारे दिए संभालकर रख दिए कि बेटा अगली दिवाली पर यही दिए जलाएंगे बहुत खुश हो गई बच्चे की मेहनत को अप्रिशिएट करना भी बहुत जरूरी है
इसी तरह सारा दिन बच्चों में परिवार में ही निकल जाता है जब मन होता है लिखना चाहती हूं तो अपना राइटिंग पैड और पेन लेकर बैठ जाती हूं सोचती हूं कुछ अच्छा लिखू कभी-कभी भाव ही नहीं आते लिखने के दिमाग काम नहीं करता मन में बहुत कुछ है भरा हुआ लिखने के लिए लेकिन समझ नहीं आता कहां से शुरू करूं
तो फिर क्या सोचती हू पेन और अपना राइटिंग पैड टेबल पर रख देती हूं कि नहीं लिखती सोचती हूं सो जाऊं थोड़ी देर टाइम पास होगा
दिन में नींद नहीं आती फिर कुछ देर बच्चों के पास बैठ जाती हूं कुछ घर के छोटे-मोटे काम को निपटा लेती हू
दिनचर्या खत्म करने के बाद शाम का डिनर सबको कराने के बाद फिर से मैं अपनी एक डायरी लिखना शुरु कर दी और आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं
आज के लिए इतना ही काफी है दोस्तों कल को फिर मिलते हैं मेरी डायरी के साथ प्रतिदिन लिखूंगी तो अच्छे तरीके से लिखना भी आएगा, पढ़कर जरूर बताइएगा कल की डायरी की समीक्षा देखी बहुत अच्छा लगा आप लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद 🌹🙏😊❣️
Radhika
05-Mar-2023 08:10 PM
True
Reply
Gunjan Kamal
20-Dec-2021 09:57 PM
बिल्कुल सही कहा आपने मैम
Reply
Ravi Goyal
20-Dec-2021 09:47 PM
छुट्टी का दिन और बच्चों के सवाल। डेडली कॉम्बिनेशन 🤣🤣🤣🤣 वाह बहुत उम्दा 👌👌
Reply